रीजनल पार्टियां मायावती के नेतृत्व में भाजपा व कांग्रेस को उखाडऩे का करेगी काम
जींद : विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इनेलो-बसपा के गठबंधन के बाद विपक्षी दलों में घबराए हुए है। गठबंधन होने के बाद भाजपा व कांग्रेस के बड़े नेता उनके संपर्क में हैं और इनेलो में शामिल होना चाहते हैं। इन नेताओं के इनेलो में शामिल होने के बाद भाजपा व कांग्रेस में भगदड़ मच जाएगी। नेता प्रतिपक्ष वीरवार को जाट धर्मशाला में इनेलो-बसपा के जिला स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में अतिविशिष्ट अतिथि के तौर पर बसपा के हरियाणा व हिमाचल के जोनल प्रभारी दयाचंद लाकरा रहे। इस दौरान उन्होंने 12 जून को एसवाईएल के मुद्दे पर जींद में होने वाले जेल भरो आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया।
इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद देश का प्रजातंत्र खतरे में पड़ गया है और भाजपा व कांग्रेस रीजनल पार्टियों को खत्म करना चाहती है। लोकतंत्र खतरे में देखकर देश की रीजनल पार्टियां एकजुट हो रही है और बसपा प्रमुख मायावती के नेतृत्व में देश में तीसरे मोर्च का गठन किया जाएगा। प्रजातंत्र को खत्म करने की शुरुआत कांग्रेस ने 1982 में की थी। जहां पर चौधरी देवीलाल के नेतृत्व में बहुमत होने के बावजूद भी कांग्रेस ने भजनलाल का मुख्यमंत्री बना दिया था। अब इसी तरीके से देश में भाजपा प्रजातंत्र को खतरे में डालकर गोवा, कर्नाटक, असम में सरकार बना ली है। इस तरीके से देश में खतरे में पड़ रहे प्रजातंत्र को देखकर रीजनल पार्टियां भी घबराई हुई है और एकजुट होने लगी है।
इनेलो नेता ने कहा कि देश को इस खतरे से बचाने के लिए इनेलो-बसपा ने गठबंधन करके शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश में जहां बसपा-सपा संयुक्त रूप से चुनाव लड़ेगी। इसी तरीके से दूसरे प्रदेशों में तीसरे मोर्च का गठन किया जाएगा और बसपा प्रमुख मायावती को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा, जबकि हरियाणा में चौधरी ओमप्रकाश चौटाला को सीएम बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने निशाना साधते हुए चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार आपसी भाईचारे को तोडऩे के लिए 35-1 का नारा दे रही है, लेकिन इनेलो-बसपा ने गठबंधन करके भाईचार को बरकार रखने का काम किया है। भाजपा ने प्रदेश का विकास करने की बजाए तोडऩे का काम किया और अपनी जमीन को खिसकी देखकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल को रोड शो करने पड़ रहे हैं। प्रदेश में आज हालात यह है कि प्रत्येक वर्ग सरकार की नीतियों से तंग है और जल्द से जल्द छुटाकार चाहता है। उन्होंने कहा कि इनेलो की सरकार बनने के बाद गरीब लडक़ी की शादी पर 5 लाख रुपये का कन्यादान दिया जाएगा, किसान के कर्ज को जड़मूल से माफ किया जाएगा, किसानों के खेतों के बिजली बिल माफ करके मुफ्त बिजली दी जाएगी, शहरों व गांवों के घरों में सप्लाई होने वाली बिजली के दामों को आधा किया जाएगा, हर घर को रोजगार दिया जाएगा, अगर उसके बाद भी जो युवा बिना रोजगार के रह जाते हैं उनको 15 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
बसपा के हरियाणा व हिमाचल के जोनल प्रभारी दयाचंद लाकरा ने कहा कि इनेलो-बसपा का गठबंधन राजनीतिक नहीं सामाजिक गठबंधन है, क्योंकि भाजपा व कांग्रेस ने प्रदेश के भाईचारे को तोडऩे का काम किया, लेकिन इस गठबंधन ने समाज को जोडऩे का काम किया है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव के बाद प्रदेश में चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व गठबंधन की सरकार बनेगी, वहीं केंद्र में तीसरे मोर्चा का गठन करके बहन मायावती को पीएम बनाया जाएगा। गठबंधन के बाद विपक्षी दल बेमेल गठबंधन बता रहे है, लेकिन यह गठबंधन दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं का दिल का मेल है। प्रदेश में विधानसभा व लोकसभा में सभी सीटों को जीतकर भाजपा व कांग्रेस का सुपड़ा साफ कर देगी। जिला प्रधान कृष्ण राठी, विधायक परमेंद्र सिंह ढुल, पिरथी नंबरदार, डॉ. हरिचंद मिढ़ा, युवा प्रदेश प्रभारी प्रदीप गिल, बसपा के जोन प्रभारी सुमेर चाबरी, वेद सिंह मुंडे, जिले सिंह कश्यप, पूर्व विधायक सुरजभान काजल, रामफल कुंडू, कलीराम पटवारी सहित पार्टी कार्यालय सचिव गुरदीप सांगवान मौजूद रहे।
पार्टी छोडक़र गए पुराने कार्यकर्ताओं को लाए वापस : इनेलो नेता ने सम्मेलन में शामिल लोगों से आह्वान किया कि गांव व शहर के समाजसेवी लोगों की पहचान करके उनको पार्टी से जोडऩे का काम करे। इसके अलावा जो कार्यकर्ता किन्ही कारणों के चलते इनेलो को छोड़ गए थे उनको पार्टी में वापस लाने का काम करे, लेकिन ऐसे लोगों की पहले ही पहचान कर ले की वह गलत आदमी न हो और पार्टी की छवि को खराब करने वाले नहीं हो।