चंडीगढ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभाओं के चुनाव परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में आए हैं। पूरे देश में 19 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी या उसकी सहयोगी पार्टियों की सरकार है। पूरे देश में पारदर्शी व सुव्यवस्थित शासन देकर भारतीय जनता पार्टी ने देश में बड़ा परिवर्तन किया है और लोगों ने इस पर मोहर लगाई है।
गुजरात और हिमाचल चुनाव परिणामों पर सोमवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पार्टी अध्यक्ष सुभाष बराला ने चंडीगढ़ में पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दोनों राज्यों में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि परिणाम आपेक्षित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गरीब, मजदूर और किसान के हितों के प्रति कभी प्रत्यक्ष रूप से संवेदनशील नहीं रही। केवल नारों तक सीमित रही। कभी इनके उत्थान के लिए ध्यान नहीं दिया। भारतीय जनता पार्टी ने अंत्योदय के सिद्घान्त पर हर गरीब आदमी को लाभ पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी जनता हित में व्यवस्था परिवर्तन के काम किये हैं और भविष्य में लक्ष्यों को तय किये है जिसके परिणाम जल्द दिखेने को मिलेंग।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों से केन्द्र की सरकार व हरियाणा में भाजपा सरकार पर किसी भी प्रकार का कोई बड़ा घोटाला या किसी मंत्री के विरूद्घ भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं जबकि कांग्रेस सरकारों के समय किसी न किसी नेता व कोई न कोई बड़ा घोटाला सामने आया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव परिणाम जनता के मुड़ पर निर्भर करते हैं। अब तक जनता कांग्रेस के प्रति थी तो अब तीन वर्षों में उन्होंने नरेन्द्र मोदी व भारतीय जनता पार्टी में विश्वास व्यक्त किया है। चिंतन शिविर के संबंध पर पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दिन के चिंतन शिविर में सरकार ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंथन कर नए हरियाणा के निर्माण की रूपरेखा तैयार की है और एक अच्छी टीम के रूप में कार्य करने का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है जिसके परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर चर्चा का विषय बना हुआ है कि चुनाव बार-बार आते हैं पूरे 5 वर्ष कोई न कोई चुनाव आता रहता है, कोई ऐसी कार्य पद्धति निकाली जाए कि चुनाव एक साथ-एक समय पर हों। इसमें विपक्ष के दलों की भी सहमति है। सहमति के अनुसार अगर ऐसा संभव हुआ कि सभी या अधिकांश राज्यों के चुनाव केंद्र के चुनाव के साथ हो, उससे हमें कोई आपति नहीं है। अगर चुनाव समय पर होंगे हम उसके लिए भी तैयार है।