काकभुशुण्डि ताल: जहां कौवे ने गरुड़ को सुनाई थी रामायण की कथा
त्रेता युग से जुड़ी इस झील को लेकर कई पौराणिक मान्यताएं मौजूद हैं. यही कारण है कि स्थानीय लोगों में इस झील के प्रति काफी आस्था है. तभी तो इतनी ठंडी जगह पर मौजूद होने के बाद भी लोग इस झील में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति पाते हैं. उत्तराखंड…जिसके कण कण में…