नई दिल्ली। सीआईएससीई बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों में छात्रों को अब नियमित रूप से योग प्रशिक्षण दिया जाएगा। बोर्ड ने स्कूलों को हफ्ते में कम से कम दो कक्षाएं आयोजित करने की सलाह दी है ताकि बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त रहें। इन कक्षाओं का संचालन योग गुरु और पेशेवर करेंगे। साथ ही क्विज, पेंटिंग और ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन कर योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने को भी कहा गया है।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) बोर्ड ने संबद्ध सभी स्कूलों के लिए एक परिपत्र जारी किया है। यह आदेश जारी करने का तर्क यह है की योग सिर्फ एक दिन की गतिविधि नहीं है। बच्चों को केवल विश्व योग दिवस समारोह में सीमित रखने के बजाए योग को उनके दिनचर्या में शामिल किया जाना चाहिए। परिपत्र जारी करने का निर्णय आयुष मंत्रालय के सचिव की ओर से हाल में ही आयोजित बैठक में लिया गया था। मंत्रालय ने सभी स्कूल बोर्डों को स्कूलों में नियमित रूप से योग प्रशिक्षण लागू करने का दिशा-निर्देश दिए थे।
एनसीईआरटी के सिलेबस में जोडऩे का एलान
पिछले साल 21 जून को केंद्र सरकार ने नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) के सिलेबस में योग को जोडऩे का एलान किया था। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सफलता के मद्देनजर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने केंद्र की ओर से संचालित सभी स्कूलों में छठी से 10वीं कक्षा तक योग को एक विषय के रूप में लागू करने की बात कही थी।